25 सालों के टकराव, 23 युद्ध: फिर भी निवेशकों के लिए राहत की खबर
Jyoti Dewangan; (26-04-2025,11:58)
New Delhi News; भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी सैन्य या राजनीतिक तनाव बढ़ा है, तब भी भारतीय शेयर बाजार ज़्यादा प्रभावित नहीं हुए हैं।
रिपोर्ट बताती है कि केवल 2001 में संसद पर हुए हमले के दौरान शेयर बाजार में थोड़ी बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन तब भी इसका मुख्य कारण भारत-पाक तनाव नहीं, बल्कि अमेरिका के शेयर बाजार (S&P 500) में 30% की भारी गिरावट थी।
आमतौर पर, जब कोई बड़ा भू-राजनीतिक (जैसे युद्ध या आतंकवादी हमला) तनाव होता है, तो भारतीय शेयर बाजारों में औसतन 7% की गिरावट आती है, लेकिन बाद में करीब 3% तक की रिकवरी भी हो जाती है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ता है, तब भी निफ्टी 50 इंडेक्स में 5-10% से ज़्यादा की गिरावट की संभावना बहुत कम है।
यह अध्ययन ऐसे समय पर सामने आया है जब पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष सैलानी मारे गए, और भारत-पाक के बीच तनाव फिर बढ़ गया है।
रिपोर्ट में 1999 के कारगिल युद्ध से लेकर अब तक के चार बड़े भारत-पाक तनाव और 25 सालों में दुनियाभर के 19 अन्य युद्धों की घटनाओं को भी शामिल किया गया।
निवेशकों के लिए सलाह:
अगर आप 65% इक्विटी, 35% डेब्ट (ऋण), और 20% वैकल्पिक निवेश वाले प्लान पर चल रहे हैं (जिसे 65:35:20 रणनीति कहा जाता है), तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। रिपोर्ट कहती है कि निवेशकों को अपनी मौजूदा रणनीति पर टिके रहना चाहिए और अगर संभव हो, तो अभी निवेश करना समझदारी हो सकती है।
अगर चाहें तो मैं इसका एक छोटा सारांश भी बना सकता हूँ?