ढह गया अखिलेश यादव का गढ़, बीजेपी के नाम रामपुर के साथ आजमगढ़। सपा का किला, कैसे कमल खिला ?… खास रिपोर्ट …..
योगी का ऐसा सियासी दांव जिसने सपा को धूल चटा दी । रामपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा जमाना वाकई खास है । मुस्लिम बहुल सीट पर योगी ने बहुत चालाकी से काम लिया और कभी आजम खान के करीबी रहे घनश्याम लोधी को टिकट दिया । यहां सबसे ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं, लेकिन लोधी, सैनी और दलित मतदाताओं की संख्या भी कमतर नहीं है। लोधी की इन जातियों पर अच्छी पकड़ रही है। वहीं बसपा- कांग्रेस ने चुनाव नहीं लड़ा, इसलिए हिंदू वोट का एकीकरण लोधी के लिए फायदेमंद साबित हुआ । 2019 में कांग्रेस उम्मीद्वार रहे नवाब काजिम अली खान भी भाजपा के समर्थन में नजर आए । इस तरह बीजेपी ने सपा का किला फतह कर लिया ।
इधर आजमगढ़ जहां २६ फीसदी यादव, २४ फीसदी मुस्लिम और २० फीसदी पिछड़ा वर्ग के मतदाता हैं , वहां मुस्लिम वोट बसपा के गुड्डू जमाली और सपा के धर्मेंद्र यादव में बंट गए । इधर पिछला चुनाव हारने के बाद भी निरहुआ जनता के बीच रहकर काम करते रहे, जिसका फायदा उन्हें मिला। जानकारों के मुताबिक सपा के कोर वोटर्स भी भाजपा में शिफ्ट हुए हैं।
इसमें कोई शक नहीं, कि रामपुर और आजमगढ़ में भगवा परचम लहरा कर योगी ने सपा को भारी चोट दी है । उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए , इसे २०२४ के लिए संकेत करार दिया है ।