क्यों बौखला गए नेता जी ? क्यों जताई कलेक्टर ने नाराजगी ? जानिए केंद्रीय मंत्री की परेशानी की वजह ?….. पढ़िए तकरार की दास्तान….
जुबानी जुमले उछालना सियासी लोगों की फितरत बन गई है । लेकिन जब बात किसी संवेदनशील मुद्दे पर बैठक की हो , तो गरिमा के साथ बात होनी चाहिए । लेकिन ये बात भाजपा के नेता जी नहीं समझ सके और राजनांदगांव कलेक्टोरेट सभागार के माहौल में तपिश बढ़ गई । दरअसल केंद्रीय मंत्री भानुप्रताप सिंह वर्मा की बैठक के दौरान सांसद प्रतिनिधि भरत वर्मा ने केंद्र सरकार की एक योजना का जिक्र किया और राशि बंदरबांट होने का सीधा आरोप जड़ दिया । इस शब्द को लेकर कलेक्टर तारण प्रकाश बिफर गए । उन्होंने इसे असंसदीय शब्द करार दिया । साथ ही इस तरह के शब्द इस्तेमाल नहीं करने की नसीहत दी। अब नेता जी ने तैश में आकर कलेक्टर के साथ जुबानी जंग शुरू कर दी । अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में होने वाली इस घटना ने मंत्री जी की पेशानी पर बल ला दिया । हालांकि जल्द ही ये विवाद थम गया । लेकिन बड़ा सवाल ये है, कि क्या इस तरह का वाकया किसी भी तरीके से जायज करार दिया जा सकता है?