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सत्य, अहिंसा और करुणा के प्रतीक भगवान महावीर को मुख्यमंत्री साय ने किया नमन

Jyoti dewangan; (Updated; 10-04-2025, 15:18

छत्तीसगढ़ News: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की जयंती के पावन अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी है। मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर जारी अपने संदेश में भगवान महावीर के जीवन और उनकी शिक्षाओं की महानता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान महावीर स्वामी का जीवन सत्य, अहिंसा, करुणा, अपरिग्रह और आत्मसंयम जैसे मूल्यों का जीवंत उदाहरण है, जो आज के सामाजिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन के लिए अत्यंत प्रासंगिक और प्रेरणास्पद हैं। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर ने अहिंसा को सर्वोच्च धर्म बताते हुए समस्त प्राणियों के प्रति दया, प्रेम और सहिष्णुता का संदेश दिया। उनके विचार और उपदेश आज भी हमें एक ऐसी जीवनदृष्टि प्रदान करते हैं, जो न केवल धर्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि सामाजिक समरसता और विश्व शांति के लिए भी मार्गदर्शक सिद्ध होते हैं।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भगवान महावीर की शिक्षाएं न केवल धार्मिक अनुयायियों तक सीमित हैं, बल्कि उनकी व्यापकता मानवता के हर वर्ग के लिए है। उन्होंने जो विचार प्रस्तुत किए, वे कालातीत हैं और आज के जटिल सामाजिक परिवेश में भी समान रूप से उपयोगी हैं। भगवान महावीर का ‘जियो और जीने दो’ का सिद्धांत सामाजिक सद्भाव, पर्यावरण संरक्षण और वैश्विक शांति की भावना को मजबूती देता है। आज जब विश्व अनेक प्रकार की चुनौतियों से जूझ रहा है—चाहे वह हिंसा, असहिष्णुता, मानसिक तनाव या सामाजिक असमानता हो—ऐसे में महावीर स्वामी की शिक्षाएं एक प्रकाशपुंज की तरह मार्गदर्शन करने वाली हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे भगवान महावीर के आदर्शों को न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन में अपनाएं, बल्कि समाज के कल्याण हेतु भी कार्य करें। उन्होंने कहा कि यदि हम सब मिलकर उनके बताए मार्गों पर चलें, तो एक शांतिपूर्ण, समरस और करुणामय समाज की स्थापना संभव है। विशेष रूप से उन्होंने समाज के उन वर्गों के प्रति संवेदनशीलता और सहायता की भावना रखने का आग्रह किया जो आर्थिक, सामाजिक या शारीरिक रूप से कमजोर हैं। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों की सेवा, दीन-दुखियों के प्रति करुणा और समाज के हर व्यक्ति के प्रति समान दृष्टिकोण ही सच्ची मानवता है, और यही भगवान महावीर के उपदेशों का सार है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने यह विश्वास भी व्यक्त किया कि भगवान महावीर की शिक्षाएं सभी प्रदेशवासियों को प्रेरित करेंगी कि वे संयम, अहिंसा, दया और धर्म के मार्ग पर चलते हुए अपने जीवन को सफल बनाएं और समाज में शांति, भाईचारा तथा सौहार्द की भावना को मजबूत करें। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि इस पुण्य अवसर पर हम सब मिलकर अपने भीतर सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लें और महावीर स्वामी के आदर्शों को जीवन में अपनाकर एक सशक्त और सुसंस्कृत राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।

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