प्रदूषण के खिलाफ जंग या सियासी जंग का ऐलान ! पटेल के गढ़ में चौधरी ने भरी हुंकार …. पढ़िए खबर के पीछे की खबर ।
रायगढ़ के चपले इलाके में शनिवार को भाजपाइयों का जत्था उमड़ पड़ा । इसे भाजपा नेता ओ पी चौधरी की अगुआई में प्रदूषण के खिलाफ जंग का ऐलान करार दिया गया । लेकिन इस खबर ने सियासी पंडितों के कान खड़े कर दिए हैं ।
दरअसल पिछले चुनाव में खरसिया विधानसभा से आईएएस की नौकरी छोड़ कर ओपी चौधरी ने भाजपा उम्मीद्वार के तौर पर उमेश पटेल के खिलाफ ताल ठोकी । मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा , लेकिन आखिरकार कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया और अपना कब्जा बरकरार रखा । उमेश पटेल को भूपेश मंत्रीमंडल में जगह मिली और उनका सियासी कद बढ़ा, तो इलाके में सक्रियता भी बढ़ गई । इधर भाजपा नेता ओ पी चौधरी की मौजूदगी खरसिया इलाके में कम रही, जबकि जिला मुख्यालय के साथ अन्य जिलों में ज्यादा दर्ज की गई। ऐसे 2023 में खरसिया से दोबारा उनकी उम्मीदवारी को लेकर अलग-अलग राय कायम की जाने लगी। वहीं इस मामले में चौधरी ने अब तक चुप्पी साध रखी है। पिछले कुछ दिनों से खरसिया इलाके में भाजपा समर्थकों की सक्रियता दर्ज की जा रही है । सांसद गोमती साय ने भी इलाके के कई गांवों का दौरा किया है । अब ओ पी ने प्रदूषण के खिलाफ जंग का हवाला देकर चपले में सियासी अलख जगाई है, तो कयास लगाया जाना लाजिमी है ।
सबसे बड़ा सवाल ये है, कि क्या इसे भाजपा के मिशन 2023 का आगाज और ओ पी चौधरी की दावेदारी का संकेत माना जा सकता है?